हरतालिका तीज का व्रत हिंदू धर्म में महत्वपूर्ण व्रतों में से एक है, जिसमें महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र और सुख-समृद्धि के लिए भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करती हैं। यहां हरतालिका तीज के व्रत से जुड़ी 10 महत्वपूर्ण टिप्स दी गई हैं:
व्रत की तिथि और समय: हरतालिका तीज 2024 में 6 सितंबर को मनाई जाएगी। तृतीया तिथि का प्रारंभ 5 सितंबर 2024 को शाम 04:20 बजे से होगा और इसका समापन 6 सितंबर 2024 को शाम 06:30 बजे होगा।
शुभ मुहूर्त: हरतालिका तीज की पूजा के लिए शुभ मुहूर्त सुबह 05:50 बजे से सुबह 08:20 बजे तक है। इस समय में भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करना अत्यंत शुभ माना जाता है।
निर्जला व्रत: इस दिन महिलाएं निर्जला व्रत करती हैं, यानी पूरे दिन बिना अन्न और जल के रहती हैं। यह व्रत कड़ी अनुशासन और दृढ़ संकल्प के साथ किया जाता है।
पूजा की सामग्री: पूजा के लिए बेलपत्र, धतूरा, फल, फूल, धूप, दीप, मिठाई, पान-सुपारी, कुमकुम, वस्त्र, गंगाजल, दूध, दही, शहद, घी, और पंचामृत जैसी सामग्री का उपयोग करें।
भगवान गणेश की पूजा: हरतालिका तीज की पूजा में सबसे पहले भगवान गणेश की पूजा की जाती है। उन्हें दूर्वा (घास), फल, मिठाई आदि अर्पित करें।
शिव-पार्वती की पूजा: भगवान शिव और माता पार्वती की मूर्ति या चित्र स्थापित कर उन्हें बेलपत्र, फल, फूल, धूप, दीप, नैवेद्य आदि अर्पित करें। शिव-पार्वती की कथा का पाठ भी करें।
रुद्राक्ष की माला से जप: भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए रुद्राक्ष की माला से "महामृत्युंजय मंत्र" का 108 बार जप करें। इससे हर प्रकार के संकट का निवारण होता है।
व्रत कथा का श्रवण: हरतालिका तीज के दिन व्रत कथा का श्रवण करना जरूरी है। इस कथा को सुनने से व्रत का पूर्ण फल मिलता है।
दिव्य उपाय: इस दिन शिवलिंग पर कच्चे दूध का अभिषेक करें और बेलपत्र पर "ॐ नमः शिवाय" लिखकर शिवलिंग पर चढ़ाएं। इससे भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है।
सुहाग सामग्री का दान: सुहागन महिलाएं सुहाग की सामग्रियों जैसे सिंदूर, चूड़ियां, बिंदी, आलता आदि का दान करें। इससे वैवाहिक जीवन में सुख-शांति बनी रहती है।
ये टिप्स हरतालिका तीज के व्रत को सफलतापूर्वक करने में आपकी मदद करेंगी और भगवान शिव और माता पार्वती की कृपा प्राप्त होगी।
0 टिप्पणियाँ