UPSC भू-वैज्ञानिक परीक्षा 2025 के लिए ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया जल्द ही शुरू होगी। इस परीक्षा का आयोजन केंद्रीय और राज्य स्तरीय सरकारी विभागों में भू-वैज्ञानिक, भू-भौतिकीविद, रसायनज्ञ, और जलविद् जैसे विभिन्न पदों पर भर्ती के लिए किया जाता है। यह परीक्षा वैज्ञानिक और तकनीकी पदों के लिए होती है, जो उम्मीदवारों को भारत सरकार के प्रतिष्ठित विभागों जैसे Geological Survey of India और Central Ground Water Board में काम करने का अवसर देती है।
इस लेख में UPSC भू-वैज्ञानिक परीक्षा 2025 से जुड़ी सभी महत्वपूर्ण जानकारी विस्तार से दी जाएगी, जिसमें आवेदन प्रक्रिया, पात्रता मानदंड, परीक्षा पैटर्न, और सिलेबस शामिल हैं। यह उम्मीदवारों को एक स्पष्ट और संपूर्ण दृष्टिकोण प्रदान करेगा ताकि वे इस परीक्षा की तैयारी बेहतर तरीके से कर सकें।
UPSC भू-वैज्ञानिक परीक्षा 2025 का उद्देश्य:
इस परीक्षा के माध्यम से, निम्नलिखित ग्रुप 'A' पदों पर भर्ती की जाती है:
- भू-वैज्ञानिक (Geologist)
- भूभौतिकीविद् (Geophysicist)
- रसायनज्ञ (Chemist)
- जलविद् (Hydrogeologist)
इन सभी पदों के लिए वैज्ञानिक ज्ञान और कौशल की आवश्यकता होती है, जो विभिन्न सरकारी संगठनों के वैज्ञानिक अनुसंधान और विकास में सहायक होते हैं।
महत्वपूर्ण तिथियाँ (Tentative Dates):
- आवेदन शुरू होने की तिथि: सितंबर 2024
- आवेदन की अंतिम तिथि: अक्टूबर 2024
- प्रारंभिक परीक्षा की तिथि: फरवरी 2025
- मुख्य परीक्षा की तिथि: जून 2025
- पर्सनालिटी टेस्ट (इंटरव्यू): मुख्य परीक्षा के परिणाम आने के बाद
पात्रता मानदंड (Eligibility Criteria):
शैक्षणिक योग्यता:
- भू-वैज्ञानिक (Geologist): भूविज्ञान या अप्लाइड भूविज्ञान या मरीन भूविज्ञान में मास्टर डिग्री।
- भूभौतिकीविद् (Geophysicist): भौतिकी या एप्लाइड भौतिकी या भूभौतिकी में M.Sc.।
- रसायनज्ञ (Chemist): रसायन विज्ञान या एप्लाइड रसायन विज्ञान या विश्लेषणात्मक रसायन विज्ञान में M.Sc.।
- जलविद् (Hydrogeologist): जलविद्या या भूविज्ञान में मास्टर डिग्री।
आयु सीमा (Age Limit):
- न्यूनतम आयु: 21 वर्ष
- अधिकतम आयु: 32 वर्ष (Geologist, Geophysicist, Chemist) और 35 वर्ष (Hydrogeologist)
- अनुसूचित जाति/जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग, और अन्य आरक्षित श्रेणियों के लिए सरकारी नियमानुसार आयु सीमा में छूट दी जाती है।
राष्ट्रीयता (Nationality):
- उम्मीदवार भारतीय नागरिक होना चाहिए।
- नेपाल, भूटान और कुछ अन्य देशों के नागरिक विशेष शर्तों के अंतर्गत आवेदन कर सकते हैं।
आवेदन प्रक्रिया (Application Process):
UPSC भूवैज्ञानिक परीक्षा 2025 के लिए आवेदन प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन होती है। उम्मीदवार UPSC की आधिकारिक वेबसाइट www.upsc.gov.in पर आवेदन कर सकते हैं। आवेदन प्रक्रिया के चरण इस प्रकार हैं:
1. ऑनलाइन पंजीकरण (Online Registration):
- UPSC की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं और "Apply Online" सेक्शन में "Geo Scientist Exam 2025" लिंक पर क्लिक करें।
- अपनी व्यक्तिगत जानकारी जैसे नाम, ईमेल, फोन नंबर आदि दर्ज करके रजिस्ट्रेशन करें।
- पंजीकरण के बाद आपको एक रजिस्ट्रेशन ID और पासवर्ड प्राप्त होगा, जिसे आप भविष्य में लॉगिन करने के लिए उपयोग कर सकते हैं।
2. आवेदन फॉर्म भरें (Fill the Application Form):
- रजिस्ट्रेशन ID और पासवर्ड के जरिए लॉगिन करें।
- सभी आवश्यक जानकारी जैसे शैक्षिक योग्यता, जन्मतिथि, संपर्क जानकारी सही-सही दर्ज करें।
- फॉर्म में दिए गए निर्देशों के अनुसार दस्तावेज़ अपलोड करें, जिनमें शामिल हैं:
- पासपोर्ट आकार का हालिया फोटो
- हस्ताक्षर
- शैक्षिक प्रमाणपत्रों की स्कैन की गई कॉपी
- पहचान प्रमाण (आधार कार्ड, पैन कार्ड आदि)
3. आवेदन शुल्क भुगतान (Pay Application Fee):
- सामान्य और OBC उम्मीदवारों के लिए आवेदन शुल्क ₹200 होता है।
- SC/ST/PWD और महिला उम्मीदवारों के लिए आवेदन निःशुल्क है।
- भुगतान नेट बैंकिंग, डेबिट/क्रेडिट कार्ड, UPI, या ई-वॉलेट से किया जा सकता है।
4. आवेदन सबमिट करें (Submit the Application):
- फॉर्म सबमिट करने से पहले सभी जानकारी को ध्यान से जांच लें।
- एक बार सबमिट करने के बाद फॉर्म में कोई बदलाव नहीं किया जा सकता।
- फॉर्म और शुल्क रसीद की कॉपी भविष्य के संदर्भ के लिए सुरक्षित रखें।
परीक्षा पैटर्न (Exam Pattern):
UPSC भूवैज्ञानिक परीक्षा तीन चरणों में आयोजित की जाती है:
1. प्रारंभिक परीक्षा (Preliminary Examination):
यह स्क्रीनिंग परीक्षा होती है जिसमें वस्तुनिष्ठ प्रकार के प्रश्न होते हैं। इसमें दो पेपर होते हैं:
- पेपर-I: सामान्य अध्ययन (सभी पदों के लिए सामान्य) – 100 अंक, 2 घंटे।
- पेपर-II: पद-विशिष्ट विषय (भूविज्ञान/भूभौतिकी/रसायन विज्ञान/जलविद्या) – 300 अंक, 2 घंटे।
कुल अंक 400 होते हैं। प्रारंभिक परीक्षा केवल क्वालिफाइंग होती है, यानी इसमें सफल होने के बाद ही मुख्य परीक्षा के लिए चयन होता है।
2. मुख्य परीक्षा (Main Examination):
मुख्य परीक्षा वर्णनात्मक प्रकार की होती है। इसमें हर पद के लिए अलग-अलग विषयों के तीन पेपर होते हैं:
- भूवैज्ञानिक के लिए तीन पेपर, प्रत्येक 200 अंक का।
- भूभौतिकीविद् के लिए तीन पेपर, प्रत्येक 200 अंक का।
- रसायनज्ञ के लिए तीन पेपर, प्रत्येक 200 अंक का।
- जलविद् के लिए दो पेपर भूविज्ञान और एक पेपर जलविद्या का, प्रत्येक 200 अंक का।
3. पर्सनालिटी टेस्ट (Personality Test):
मुख्य परीक्षा पास करने वाले उम्मीदवारों को पर्सनालिटी टेस्ट या साक्षात्कार के लिए बुलाया जाता है। यह 200 अंकों का होता है और उम्मीदवार की संचार क्षमता, नेतृत्व क्षमता, और नौकरी के प्रति उपयुक्तता का आकलन करता है।
सिलेबस (Syllabus):
प्रत्येक पद के लिए सिलेबस अलग-अलग होता है:
- भूवैज्ञानिक (Geologist): भू-आकृति विज्ञान, संरचनात्मक भूविज्ञान, और पेलियोन्टोलॉजी जैसे विषय।
- भूभौतिकीविद् (Geophysicist): ठोस पृथ्वी भूभौतिकी, भूकंप विज्ञान, और विद्युत विधियां।
- रसायनज्ञ (Chemist): भौतिक रसायन, जैविक रसायन, और अकार्बनिक रसायन।
- जलविद् (Hydrogeologist): जल संसाधन प्रबंधन और भूजल विज्ञान।
उम्मीदवारों को इन विषयों की गहन तैयारी करनी होती है।
अंतिम चयन और पोस्टिंग (Final Selection and Posting):
मुख्य परीक्षा और पर्सनालिटी टेस्ट में प्राप्त अंकों के आधार पर अंतिम मेरिट सूची तैयार की जाती है। मेरिट के अनुसार उम्मीदवारों को विभिन्न सरकारी विभागों में पोस्टिंग दी जाती है।
निष्कर्ष (Conclusion):
UPSC भू-वैज्ञानिक परीक्षा 2025 उन उम्मीदवारों के लिए सुनहरा अवसर है, जो भूविज्ञान, भूभौतिकी, रसायन विज्ञान और जलविद्या में विशेषज्ञता रखते हैं। यदि आप इस क्षेत्र में करियर बनाना चाहते हैं, तो यह परीक्षा आपके लिए एक उत्कृष्ट अवसर है। नियमित रूप से UPSC की आधिकारिक वेबसाइट पर अद्यतन जानकारी प्राप्त करते रहें।
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